इजराइल की बेन गुरियॉन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस सॉफ्टवेयर को बनाया है और इसे तीन लाख से ज्यादा ब्लॉग्स पर आजमाया जा चुका है। 78 फीसदी मामलों में इसके नतीजे पुख़्ता साबित हुए हैं। कमाल की बात यह कि अगर इसे पता चला कि ब्लॉगर की मानसिक स्थिति सही नहीं है तो यह उसे उचित परामर्श भी देगा।
इसकी विस्तृत जानकारी इस लिंक पर है...
आपको क्या लगता है? हम हिन्दी ब्लॉगर्स को इस तरह के सॉफ्टवेयर की जरूरत है या नहीं :)
हैपी ब्लॉगिंग
क्या आपको यह लेख पसंद आया? अगर हां, तो ...इस ब्लॉग के प्रशंसक बनिए!!
हिन्दी ब्लॉग टिप्स की हर नई जानकारी अपने मेल-बॉक्स में मुफ्त मंगाइए!!!!!!!!!!
No comments:
Post a Comment